फोटो खिंचवाना नहीं मदद करना मेरा मकसद ---वीरेंद्र खंडेलवाल
पूर्वी दिल्लीः कोरोना कर्फ्यू के चलते हर इंसान का मदद करने का अपना अलग- अलग तरीका है। कुछ लोग मदद करके मदद करने वालों के साथ अपने फोटो खिंचवा रहे हैं तो कुछ लोगों का मकसद फोटो खिंचवाना नहीं ब्लकि कोरोना कर्फ्यू से प्रभावित परिवारों की मदद करना है। इसी तरह का मकसद बाबरपुर विधान सभा सांसद प्रतिनिधि वीरेंद्र खंडेलवाल का है। तेज निगाहें संवाददाता योगेश कुमार के साथ बातचीत में सांसद प्रतिनिधि वीरेंद्र खंडेलवाल ने बताया कि कोरोना कर्फ्यू के चलते दिल्ली में काफी मजदूर परिवारों को जरूरत का सामान राशन, दवाई इत्यादि मुहैया नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा वैसे तो केंद्र सरकार व दिल्ली सरकार पूरी कोशिश कर रही है कि कोई भी मजदूर परिवार इस कोरोना महामारी में भूखा ना रहे फिर भी उनकी विधानसभा में कितने ही ऐसे परिवार उनके पास मदद के लिए संपर्क कर रहे हैं जिनको राशन दवाइयां नहीं मिल पा रही हैं। उन्होंने बताया कि उनका मदद करने का तरीका ही बिल्कुल अलग है। उनसे जो जरूरतमंद परिवार संपर्क करते हैं। पहले वे उस परिवार की स्थिति जानने की कोशिश करते हैं यदि परिवार वाकई जरूरतमंद मिलता है तो उसकी पूरी मदद करते हैं। वे खुद उस परिवार के लिए राशन देने उनके घर जाते हैं। जिनको दवाई की जरूरत है या रोजमर्रा के सामान की जरूरत होती है उन जरूरतों को भी पूरी करने के लिए वीरेंद्र खंडेलवाल पीछे नहीं रहते।
अभी तक वे सैकड़ों जरूरतमंद परिवारों की मदद कर चुके हैं। उनका मानना है कि मदद करते समय उन परिवारों के साथ फोटो खिंचवाना उन्हें शोभा नहीं देता। उनका मकसद है तो सिर्फ उन परिवारों की इस कोरोना महामारी के दौरान उनकी मदद करना। उनका सपना है। कोई जरूरतमंद उनकी विधानसभा में भूखा ना रहे जिसे वे साकार करने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं और वह सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को जागरूक करने में लगे हैं कि अपने आसपास जो भी गरीब परिवार से है या असमर्थ लोग हैं उनकी हर प्रकार से सहायता करें।